गोरखपुर की आबोहवा में 24 घंटे के अंदर काफी हद तक सुधार हुआ है। एक्यूआई 24 घंटे में 322 से गिरकर 232 पर आ गया है। इससे रेड जोन में पहुंच गया गोरखपुर फिर ऑरेंज जोन में आ गया है।
दीपावली के बाद से गोरखपुर की आबोहवा काफी बिगड़ गई थी। लेकिन 22 नवम्बर को गोरखपुर की आबोहवा काफी हद तक सुधर गई थी और एक्यूआई 120 पर आ गया था।
22 के बाद से फिर लगातार एक्यूआई में बढ़ोतरी होती गई और अपना गोरखपुर यलो जोन से ऑरेंज फिर शनिवार को ऑरेंज से रेड जोन में आ था। शनिवार को जिले की एक्यूआई 320 के पार हो गई थी। रविवार को स्थिति में कुछ सुधार हुआ और एक्यूआई 86 अंक गिरकर 232 पर आ गया।
90 फीसदी प्रदूषण पीएम 2.5
गोरखपुर का प्रदूषण किसी चीज का नहीं बल्कि पीएम-2.5 यानी धूल रेत और मिट्टी का है। जानकारों का कहना है कि अब अगर प्रदूषण को सुधारने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं हुए तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस महीने में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहा। माह की शुरुआत आरेंज जोन के साथ हुई । एक्यूआई बढ़ते-बढ़ते औसत 322 तक पहुंचने पर रेड जोन में आ गया था।
निर्माण कार्य के चलते बढ़ा एक्यूआई
पर्यावरणविद डॉ. सिराज वजीह बताते हैं कि जिस रफ्तार से एक्यूआई में बढ़ोत्तरी हो रही है वह अपने पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है।
ऐसे में हमे समय रहते इसके नियंत्रण के लिए ठोस योजना बनानी होगी। कहीं फोर लेन का निर्माण हो रहा है तो कहीं बड़े-बड़े भवन बन रहे हैं। खुले में ही रेल के ढेर लगे हुए हैं और बिना एप्रल लगाए गढ्डे खोदे जा रहे हैं।
किस दिन कितनी रहा एक्यूआई
यूं घटा
19 नवम्बर 321
20 नवम्बर 281
21 नवम्बर 162
22 नवम्बर 120
बढ़ा
23 नवम्बर 130
24 नवम्बर 197
25 नवम्बर 240
26 नवम्बर 281
27 नवम्बर 322
फिर घटा
28 नवम्बर 232
ऐसे बनता है एक्यूआई में रंगों का जोन
एक्यूआई हवा की गुणवत्ता कलर जोन
0-50 अच्छा गहरा हरा (डार्क ग्रीन)
51-100 संतोषजनक हल्का हरा(ग्रीन)
101-200 मध्यम पीला(यलो)
201-300 खराब नारंगी(आरेंज)
301-400 बेहद खराब लाल(रेड)
401-500 गंभीर श्रेणी गहरा लाल(डार्क रेड)