टीईटी पेपर लीक में परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव निलंबित, 29 गिरफ्तार

टीईटी पेपर लीक में परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव निलंबित, 29 गिरफ्तार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर टीईटी का पेपर लीक होने के मामले में सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें निदेशक बेसिक शिक्षा के लखनऊ कार्यालय से संबद्ध किया गया है। परीक्षा की व्यवस्था संभाल न पाने और गोपनीयता बरतने में लापरवाही के लिए प्रथमदृष्ट्या दोषी पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है। सचिव के पद पर अभी किसी की तैनाती नहीं की गई है।

बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह की तरफ से सोमवार को ही देर शाम निलंबन आदेश जारी कर दिया गया था। इस आदेश के साथ ही पेपर लीक मामले में विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई। एसटीएफ की विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलने के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होने की संभावना है।

परीक्षा की नई तिथि भी जल्द घोषित होने की संभावना है। प्रदेश सरकार ने एक माह के अंदर दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा पहले ही कर दी है। यह भी कहा है कि इसके लिए किसी अभ्यर्थी को दोबारा शुल्क नहीं देना होगा।

एसटीएफ ने 29 लोगों को गिरफ्तार किया

बीते रविवार को दो पालियों में प्रस्तावित यूपीटीईटी को पेपर लीक होने के कारण निरस्त करना पड़ा था। एसटीएफ ने परीक्षा का पेपर लीक होने का खुलासा करते हुए 29 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें सॉल्वर गैंग के सरगना व सदस्यों के अलावा सॉल्वर व अभ्यर्थी भी शामिल थे। परीक्षा में लगभग 20 लाख अभ्यर्थियों को शामिल होना था। कई केद्रों पर प्रथम पाली की परीक्षा शुरू भी हो गई थी।

पहले भी बड़े अधिकारियों के विरुद्ध हुई थी कार्रवाई

इससे पहले वर्ष 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों में कई बड़े अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई हुई थी। तत्कालीन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी सुत्ता सिंह को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही बेसिक शिक्षा परिषद के तत्कालीन सचिव संजय सिन्हा को हटा दिया गया था। रजिस्ट्रार जीवेन्द्र सिंह ऐरी भी हटाए गए थे। उस समय सरकार ने प्रमुख सचिव गन्ना की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की थी।

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