DilliNews7 -पॉल्यूशन कंट्रोल का नया फॉर्मूला, रोज 2 घंटे ज्यादा सफाई करेंगी मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें

 दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए अहम निर्णय लिए हैं। इसके तहत, मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन को हर दिन दो घंटे अतिरिक्त चलाने का आदेश दिया गया है। सफाई कर्मचारियों को भी सुबह छह बजे से सफाई कार्य शुरू करने के लिए कहा गया है।

 पल्यूशन कंट्रोल करने के लिए एमसीडी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। इसके लिए कई अहम फैसले लिए गए। मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन को हर दिन दो घंटे अतिरिक्त चलाने का आदेश दिया गया है। सफाई कर्मचारियों को भी सुबह छह बजे से सफाई का काम शुरू करने के लिए कहा गया है। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इसी तरह के कुछ और फैसले लिए जाएंगे। एमसीडी सूत्रों का कहना है कि एमसीडी अधिकारी पल्यूशन कंट्रोल करने में कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। पिछले दिनों चीफ सेक्रेटरी ने एमसीडी सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ मीटिंग की थी। इस दौरान एमसीडी अधिकारियों को फटकार लगाई गई।

60 फीट से अधिक चौड़ी सड़कों पर सफाई

सूत्रों का कहना है कि मीटिंग में मौजूद अधिकारियों से जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने के लिए कहा गया। एमसीडी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इस समय पूरी दिल्ली में एमसीडी की 52 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें चल रही हैं। इन्हें 60 फीट से अधिक चौड़ी सड़कों पर चलाया जाता है। मशीनें मुख्य रूप से डिवाइडर के साथ जमी धूल-मिट्टी को प्रेशर की मदद से अंदर खींच लेती हैं। सड़कों से प्रतिदिन 75-100 मीट्रिक टन धूल इकट्ठा कर अलग-अलग साइटों पर पहुंचाई जा रही है।

पल्यूशन के खिलाफ MCD के कदम

  • 52 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों की मदद से हर दिन 8000 किलोमीटर लंबी सड़कों की होती है सफाई
  • 40,000 सफाई कर्मचारी मिलकर करते है 8000 किलोमीटर एरिया की सफाई, हर दिन 8-10 मीट्रिक टन डस्ट लैंडफिल साइटों पर पहुंचाई जाती है
  • 200 से अधिक वॉटर स्प्रिंकलर को किया गया है तैनात, इनके माध्यम से 1600 किलोमीटर एरिया में किया जाता है पानी का छिड़काव
  • 30 से अधिक मोबाइल एंटी स्मॉग गन को भी किया गया है तैनात, इनसे 150 किलोमीटर एरिया में किया जाता है पानी का छिड़काव
  • एमसीडी का टूटी सड़कों और गलियों की मरम्मत करने पर है फोकस
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