शनिवार का दिन भारतीय स्क्वैश के लिए बेहद खास रहा। भारत के स्टार स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने एसआरएएम 40वीं मलेशियाई ओपन स्क्वैश चैंपियनशिप में मिगुएल रोड्रिगेज को 3-0 से हराकर चैंपियन का ताज पहनाया। यह सौरव का पिछले तीन साल में पहला पीएसए टूर खिताब रहा। घोषाल ने आखिरी बार 2018 कोलकाता इंटरनेशनल ओपन में पीएसए खिताब जीता था।
पहले भारतीय
सौरव ने इस फाइनल मुकाबले में शीर्ष वरीयता प्राप्त कोलंबियाई खिलाड़ी को 11-7, 11-8, 13-11 से मात दी। इस जीत के साथ 35 वर्षीय सौरव मलेशियाई ओपन का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इस आयोजन में भारत द्वारा पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1981 में भुवनेश्वरी कुमारी द्वारा और स्वयं सौरव द्वारा वर्ष 2003 में उपविजेता रहा था।
तीसरे गेम में कड़ी टक्कर
फाइनल मुकाबले में शुरू से ही दुनिया में 15वें नंबर के खिलाड़ी सौरव का दबदबा रहा। सौरव ने पहला गेम 11-7 से जीत लिया और इसके बाद दूसरा गेम भी बिना पसीना बहाए 11-8 से अपने नाम किया।
कोलंबियाई खिलाड़ी ने तीसरे गेम में भारतीय खिलाड़ी को कड़ी टक्कर दी लेकिन सौरव ने 13-11 से बाजी अपने नाम की। दुनिया में 12वें स्थान पर मौजूद रोड्रिगेज के पास तीसरे गेम में 10-9 का गेम प्वाइंट था लेकिन दूसरी वरीयता प्राप्त सौरव ने फ्रंट-कोर्ट से काउंटर-ड्रॉप के साथ इसे रद्द कर दिया। भारतीय ने अपने दूसरे मैच प्वाइंट पर मैच जीता जब रोड्रिगेज का बैकहैंड ड्राइव टिन से टकराया।
टूर्नामेंट में सबसे खास बात यह थी कि सौरव ने अपने खिताब जीतने के दौरान एक भी गेम नहीं छोड़ा। इससे पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल और प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रमशः एल सरमे और एम गमाल को समान स्कोर से हराकर सेमीफाइनल में कदम रखा। उन्होंने अंतिम चार के मुकाबले में फ्रांस के वी क्राउइन को 3-0 से हराया।
सौरभ घोषाल ने कहा की “जाहिर तौर पर खिताब जीतना अपने आप में एक सुखद अनुभूति है। मुझे खुशी है कि मैं यहां तक पहुंचने के लिए कुछ अच्छे खिलाड़ियों को हराने में सफल रहा।”