जी-20 समिट के लिए ट्रैफिक पुलिस ने तैयार की वर्चुअल हेल्प डेस्क, मिलेगी हर जानकारी

अगले महीने होने जा रही जी-20 समिट के दौरान सुरक्षा कारणों से कई रास्तों पर ट्रैफिक आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। नई दिल्ली का पूरा इलाका तो प्रभावित रहेगा ही, एयरपोर्ट आने-जाने के रूट पर भी ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली और गुड़गांव के जिन होटलों में तमाम विदेशी मेहमान ठहरेंगे, उनके मूवमेंट के दौरान होटलों तक आने-जाने के रास्तों पर भी वीआईपी रूट लगाए जाएंगे, जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हो सकता है। ऐसे में आम लोगों को परेशानी से बचाने, ट्रैफिक डायवर्जन से जुड़े हर अपडेट्स उन तक पहुंचाने और उन्हें आवाजाही के लिए दूसरे वैकल्पिक रास्ते सुझाने में मदद करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। लोगों की मदद के लिए ट्रैफिक पुलिस जल्द ही एक वर्चुअल हेल्प डेस्क लॉन्च करने जा रही है, जिस पर क्लिक करके लोग जी-20 समिट के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां हासिल कर सकेंगे। दिल्ली पुलिस और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ऑफिशल वेबसाइट के अलावा अन्य सभी सरकारी विभागों और निकायों की वेबसाइट पर इस वर्चुअल हेल्प डेस्क की लिंक उपलब्ध कराई जाएगी।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल कमिश्नर एस.एस. यादव ने बताया कि इस वर्चुअल हेल्प डेस्क की मदद से लोगों को दिल्ली के किसी भी एक इलाके से दूसरे इलाके में जाने के लिए वैकल्पिक रूट्स की जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए पूरी दिल्ली की मैपिंग करके वैकल्पिक रूट्स का खाका तैयार किया गया है। समिट के दौरान नई दिल्ली के इलाके में केवल वेरिफाइड लोगों और गाड़ियों को ही आने-जाने की इजाजत होगी। हालांकि, प्रतिबंधित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को नहीं रोका जाएगा और उनके आई कार्ड देखकर उन्हें आने-जाने दिया जाएगा। इसके अलावा जरूरी सामान की दुकान चलाने वालों को भी वेरिफाई करके एंट्री दी जाएगी।

इसके अलावा जी-20 के ट्रैफिक इंतजामों के संबंध में ट्रैफिक पुलिस जितनी भी ट्रैफिक अडवाइजरी और ट्रैफिक अपडेट्स जारी करेगी, उन्हें भी वर्चुअल हेल्प डेस्क पर जाकर लोग देख सकेंगे और रियल टाइम अपडेट्स हासिल कर सकेंगे। इस पर तमाम हेल्पलाइन नंबर्स भी उपलब्ध होंगे। विदेशी डेलिगेट्स की सहायता के लिए भी वर्चुअल हेल्प डेस्क में अलग लिंक्स मिलेगी। उन पर क्लिक करके यह पता लगाया जा सकेगा कि अगर किसी को मेट्रो, बस या टैक्सी के जरिए एयरपोर्ट से प्रगति मैदान, एयरपोर्ट से होटल और प्रगति मैदान से होटल आना-जाना है, तो मेट्रो की किस लाइन से या सड़क के किस रूट से कैसे अपने गंतव्य तक पहुंचा जा सकता है। सबसे खास बात यह है कि हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 20 से अधिक भाषाओं में लोग इस हेल्प डेस्क पर जानकारियां हासिल कर सकेंगे।

स्पेशल कमिश्नर ने बताया कि आपातकालीन वाहनों के लिए एक स्पेशल कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जिस पर संपर्क करके एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के चालक कहीं भी आने-जाने के लिए मदद ले सकेंगे। साथ ही एक बुकलेट भी तैयार की जा रही है, जिसकी मदद से आपातकालीन स्थिति में अस्पतालों और प्रमुख चौराहों पर तैनात ट्रैफिक स्टाफ से संपर्क किया जा सकेगा।

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