H3N2 से सबसे ज्यादा 5 साल से कम उम्र के बच्चे बीमार हो रहे हैं। पुणे में हालात ये हो गए हैं कि ICU में ज्यादातर पेशेंट बच्चे हैं। वेंटिलेटर का भी यही हाल हैं। पुडुचेरी में स्कूल H3N2 की वजह से 26 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।
जयपुर के जेकेलोन अस्पताल में रोजाना औसतन 170 से अधिक बच्चे इस बीमारी के आ रहे हैं। पटना में भी बच्चों में इसके मामले देखें जा रहे हैं।
दूसरी ओर एडमिशन सीजन शुरू हो गया है। कई बच्चे पहली बार स्कूल जाएंगे। पेरेंट्स कौन सा स्कूल बच्चे के लिए अच्छा है इसकी तलाश कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोरोना की तरह H3N2 रिस्की तो नहीं।