तेलंगाना में बीजेपी प्रमुख बंदी संजय कुमार को ‘प्रजा संग्राम यात्रा’ के पांचवें चरण की पदयात्रा निकालने की इजाजत न मिलने पर विवाद

तेलंगाना में बीजेपी प्रमुख बंदी संजय कुमार को ‘प्रजा संग्राम यात्रा’ के पांचवें चरण की पदयात्रा निकालने की इजाजत न मिलने पर विवाद

तेलंगाना की राजनीति में एक नया विवाद पैदा हो गया है. राज्य के बीजेपी प्रमुख बंदी संजय कुमार को रविवार को ‘प्रजा संग्राम यात्रा’ के पांचवें चरण की पदयात्रा निकालने की इजाजत नहीं मिली. पुलिस ने उन्हें निर्मल जिले के भैंसा शहर में रैली को संबोधित करने की अनुमति देने से भी इनकार कर दिया.

इससे गुस्साए बीजेपी के नेताओं मे अब तेलंगाना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उम्मीद है कि इस मामले पर हाईकोर्ट आज सुनवाई कर सकता है. लेकिन सुनवाई किस समय तक होगी, इसको लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं है.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उन पार्टी नेताओं में शामिल थे, जो सोमवार को भैंसा शहर में रैली को संबोधित करने वाले थे. बंदी संजय कुमार ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडिया भी जारी किया है, जिसमें पुलिस उन्हें और पार्टी कार्यकर्ताओं को रोकती हुई दिखाई दे रही है.

पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद भैंसा में अफरातफरी मच गई और कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया. वीडियो में कई कार्यकर्ता सड़क पर खड़े नारा लगाते देखे गए. वीडियो में बंदी संजय और पुलिस के बीच बहस होते भी देखा जा सकता है.

केसीआर के तानाशाही शासन का सबूत’
राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधते हुए बंदी संजय ने ट्वीट कर लिखा, ‘क्या भैंसा एक प्रतिबंधित क्षेत्र है? हम वहां क्यों नहीं जा सकते? मुख्यमंत्री जो हमें शांतिपूर्ण ढंग से बैठक नहीं करने दे सकते, वो राज्य की रक्षा क्या करेंगे? पुलिस ने मुझे रोका और मुझे करीमनगर वापस जाने के लिए कहा और इसकी वजह प्रजा संग्राम यात्रा है. ये केसीआर (तेलंगाना के मुख्यमंत्री) के तानाशाही शासन का सबूत है. हम अदालत जाएंगे.’

पुलिस ने “संवेदनशील स्थिति” का दिया हवाला

एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि पुलिस ने “सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील स्थिति” का हवाला देकर कुमार को पदयात्रा और जनसभा की इजाजत देने से इनकार कर दिया. पदयात्रा के पांचवें चरण के लिए निर्मल जा रहे कुमार को रविवार रात को जगतियाल जिले में पुलिस ने रोक दिया और लौटने को कहा. पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगतियाल और निर्मल जिलों के अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी की प्रदेश इकाई ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आईं. पार्टी ने मांग की है कि राज्य सरकार मार्च और जनसभा के लिए तुरंत इजाजत दे.

Delhi News India News