दिल्ली एयरपोर्ट को 2030 तक कार्बन उत्सर्जन से मुक्त बनाने के लिए  एयरपोर्ट के पास 57 ई वाहन लगाए गए

दिल्ली एयरपोर्ट को 2030 तक कार्बन उत्सर्जन से मुक्त बनाने के लिए एयरपोर्ट के पास 57 ई वाहन लगाए गए

दिल्ली एयरपोर्ट को जीरो कार्बन उत्सर्जन वाला बनाने के लिए डायल द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां लगा दी गई हैं। फिलहाल एयरपोर्ट एवं इसके आसपास 57 ई-वाहनों से शुरुआत की गई है। आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ती जाएगी और पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियां हटती जाएंगी। इस कदम के साथ ही दिल्ली देश में पहला ऐसा एयरपोर्ट बन गया है, जहां ई-वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

डायल के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट को 2030 तक कार्बन उत्सर्जन से मुक्त करने का लक्ष्य है। बीते जून में आयोजित यूनिक ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन कार्यक्रम में डायल ने घोषणा की थी कि वह एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां चलाएंगे। इसके तहत एयरपोर्ट के भीतर एवं बाहर चलने वाली उनकी सभी गाड़ियों को भी इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील किया जाएगा। पहले फेज में कुल 64 गाड़ियों को एयरपोर्ट के भीतर लगाना है, जिनमें से 57 गाड़ियां उन्हें मिल गई हैं।

अन्य सात गाड़ियां भी जल्द ही उन्हें मिल जाएंगी। अभी इनमें से 21 गाड़ियों को एयरपोर्ट के भीतरी भाग में विभिन्न कार्यों के लिए लगाया गया है। वहीं, 36 गाड़ियों को डायल के पर्यावरण, कार्गो, बागवानी आदि विभाग द्वारा इस्तेमाल किया जाएगा। डायल के सीईओ विदेश कुमार ने कहा कि उनकी प्राथमिकता एयरपोर्ट को 2030 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन वाला बनाना है।

गाड़ियों को चार्ज करने के लिए 12 स्टेशन

इन गाड़ियों के लिए 12 चार्जिंग स्टेशन पर 22 चार्जिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। इससे न केवल इन गाड़ियों को बल्कि यात्रियों की गाड़ियों एवं कैब को भी चार्ज किया जा सकेगा। इन गाड़ियों के अलावा टर्मिनल 3 से यात्री परिवहन केंद्र (पीटीसी बिल्डिंग) के बीच भी ई-बस चलाई हैं। यह बस प्रत्येक 20 मिनट पर यात्रियों के लिए इन दोनों जगहों के बीच चलती हैं।

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