PK बोले-चुनाव में प्रदर्शन खराब रहे तो राहुल ब्रेक लें:10 साल की नाकामी के बाद भी न हटे, न किसी को पार्टी चलाने दी

2024 लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेस को उम्मीद के अनुसार नतीजे नहीं मिलते हैं तो राहुल गांधी को राजनीति से ब्रेक लेने पर विचार करना चाहिए। पॉलिटिकल स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

प्रशांत ने कहा- राहुल गांधी कांग्रेस को जिताने के लिए पिछले 10 साल से असफल प्रयास कर रहे हैं। इसके बावजूद वे न तो राजनीति से अलग हुए और न ही किसी और को पार्टी का चेहरा बनने दिया। मेरी नजर में यह लोकतांत्रिक नहीं है।

प्रशांत ने कहा- जब आप (राहुल गांधी) पिछले 10 साल से एक ही काम कर रहे हैं और उसमें कोई सफलता नहीं मिली है, तो ब्रेक लेने में कोई बुराई नहीं है। आपको इसे किसी और को पांच साल के लिए करने देना चाहिए। आपकी मां ने ऐसा ही किया था।

प्रशांत ने कहा- पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी ने क्या किया। 1991 में उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली। कांग्रेस की कमान पीवी नरसिम्हा राव को दे दी। उसका रिजल्ट आप सबको पता है।

प्रशांत ने राहुल को लेकर कहा कि कांग्रेस की लड़ाई उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में है, लेकिन उनके नेता मणिपुर और मेघालय का दौरा करते हैं। अगर आप यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश में नहीं जीते, तो वायनाड से जीतने का कोई फायदा नहीं है। अकेले केरल जीतकर आप देश नहीं जीत सकते। अमेठी छोड़ देने से भी गलत संदेश जाएगा।

प्रशांत ने प्रधानमंत्री मोदी का उदाहरण देते हुए कहा- नरेंद्र मोदी ने 2014 में अपने गृह राज्य गुजरात के साथ-साथ उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने का विकल्प चुना था। इसलिए, क्योंकि आप भारत को तब तक नहीं जीत सकते जब तक आप हिंदी पट्टी को नहीं जीतते या हिंदी पट्टी में मौजूदगी दर्ज नहीं कराते।

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