किसान आंदोलन के बीच राहत की खबर, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर खुली सर्विस लेन, अभी और रास्ते खुलेंगे

नई दिल्लीः करीब दो हफ्ते से सिंघु और टिकरी बॉर्डर को पूरी तरह सुरक्षा कारणों से सील किए जाने के बाद शनिवार को आम लोगों के लिए राहत भरा कदम उठाया गया। पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर सर्विस लेन से सीमेंटेड बैरिकेड और बाकी अवरोधों को हटाना शुरू कर दिया, जिससे आम लोगों को दिल्ली-हरियाणा आने जाने में दिक्कत न हो।
किसान संगठनों के दिल्ली कूच फिलहाल कुछ दिन के लिए टल गया है। अगली रणनीति के बाद फिर से सुरक्षा बंदोबस्त उसी तरह तैयार कर दिए जाएंगे। दोनों ही बॉर्डर पर पूरी तरह शांति है। डे/नाइट शिफ्ट में ड्यूटी दे रहे दिल्ली पुलिस के जवानों और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की संख्या को भी कम किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अगले दो चार दिनों में बाकी सर्विस लेन और मुख्य रास्तों पर भी ढील दी जा सकती है। फिलहाल दोनों तरफ केवल एक लेन ही खोली जा रही है।

13 फरवरी से बंद टिकरी बॉर्डर को भी सर्विस लेन के साथ खोलने का काम शुरू हो गया है। बॉर्डर पर खड़े किए गए ट्रक, कंटेनर और ट्रॉला भी रवाना कर दिए हैं। उन बैरिकेड को भी हटाया जाएगा, जिन पर कंक्रीट डालकर पक्की दीवार की तरह बना दिया गया था।

पुलिस सूत्र के अनुसार, हरियाणा और पंजाब के प्रवेश द्वार के रूप में काम करने वाले सिंघु बॉर्डर पर रविवार शाम तक आने-जाने वाले ट्रैफिक के लिए दो लेन खोली जाएंगी। इसी तरह, टिकरी बॉर्डर पर पहले ही एक लेन खोली जा चुकी है, जिसमें भविष्य में और लेन खोलने की योजना है। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग से मेडिकल सेवाओं और कारोबारियों को तक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। दोनों बॉर्डर पर लोहे की बैरिकेड्स, जर्सी बैरिकेड्स, शिपिंग कंटेनर, कांटेदार तार की बाड़ और लोहे की कील जैसे सुरक्षा उपाय किए गए हैं। टिकरी बॉर्डर मुंडका और बहादुरगढ़ के बीच स्थित है, जबकि सिंघु बॉर्डर पर भी हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

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