दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विश्वास प्रस्ताव पर शनिवार सुबह 11 बजे विधानसभा में चर्चा होगी। उससे पहले केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होना था। वकील की मांग पर कोर्ट ने उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की छूट दे दी।
केजरीवाल के वकील रमेश गुप्ता ने बताया- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने कोर्ट को बताया कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और बजट सत्र के कारण वे आज कोर्ट में शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं हो सके। अगली सुनवाई 16 मार्च को है। उस दिन वे कोर्ट में पेश होंगे।
दरअसल, शराब घोटाले में पूछताछ के लिए ED ने केजरीवाल को 5 समन जारी किए थे, लेकिन वे जांच एजेंसी के पास एक बार भी नहीं पहुंचे। इसके बाद ED ने राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका लगाई थी। 14 फरवरी को कोर्ट ने केजरीवाल से कहा था कि आप 17 फरवरी को अदालत में हाजिर होकर पेशी में न जाने की वजह बताएं।
कोर्ट के निर्देश के चंद घंटे बाद ही ED ने अरविंद केजरीवाल को छठा समन जारी कर 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया। इससे पहले ED केजरीवाल को 2 फरवरी,17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को समन भेज चुकी है।
16 फरवरी को विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए केजरीवाल ने कहा था- भाजपा दिल्ली में ऑपरेशन लोटस चला रही है। हमारी पार्टी के 2 विधायकों से उन्होंने संपर्क किया और दावा किया था कि केजरीवाल को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दोनों विधायकों को भाजपा के लोगों ने कहा कि AAP के 21 अन्य विधायक उनके संपर्क में हैं और पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। उन्हें 25-25 करोड़ रुपए ऑफर किए गए हैं। हालांकि, हमने जब विधायकों से पूछताछ की तो हमें पता चला कि उन्होंने 7 विधायकों से संपर्क किया है। केजरीवाल ने इससे पहले मार्च 2023 और अगस्त 2022 में विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया था।