कोराना की दूसरी लहर के कारण इस सप्ताह हर दो मिनट में एक व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आया है। संक्रमण की रफ्तार इतनी तेज है कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन से लेकर दवाओं तक के लिए मारामारी मची है।
आगरा में दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है। इस सप्ताह में अप्रैल के पहले सप्ताह के मुकाबले 10 गुना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी 16 गुना हो गया है। 1 से 7 अप्रैल तक कुल 402 लोग संक्रमित हुए थे। 22 से 29 अप्रैल तक 3960 लोग संक्रमित हुए। पहले सप्ताह में तीन मरीजों ने दम तोड़ा था। इस सप्ताह 49 मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोराना की दूसरी लहर के कारण इस सप्ताह हर दो मिनट में एक व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आया है। संक्रमण की रफ्तार इतनी तेज है कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन से लेकर दवाओं तक के लिए मारामारी मची है। श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए पांच घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है।
ताजनगरी में एक अप्रैल को कुल 10739 मरीज थे, जो 7 अप्रैल को 11141 हो गए। इस तरह 7 दिनों में 402 संक्रमित मिले थे। इस दौरान तीन मरीजों ने दम तोड़ा था। मृतक संख्या तब 177 से बढ़कर 180 हो गई थी। 77 मरीज ठीक भी हुए थे। तब 18,808 लोगों की जांच की गई थी।
अप्रैल के अंतिम सप्ताह में आंकड़ों में जबरदस्त उछाल आया। संक्रमण दस गुना तेजी से बढ़ा। 22 अप्रैल को कुल 15602 मरीज थे। 29 अप्रैल को ये 19562 पहुंच गए। 7 दिनों में 3960 नए मरीज मिले। इसी तरह 22 अप्रैल को मृतक संख्या 208 थी जो 29 अप्रैल को 257 पहुंच गई है। इन सात दिनों में 49 मरीजों ने दम तोड़ दिया। पहले सप्ताह की तुलना में अंतिम सप्ताह में 16 गुना अधिक मरीजों की जान चली गई। इस बीच 26568 लोगों की जांच की गई है।
पिछले साल अप्रैल माह की तुलना में 15 गुना मरीज मिले
ताजनगरी में पिछले साल 2 मार्च को पहला केस मिला था। अप्रैल माह में कुल 537 मरीज मिले थे और 10 मरीजों की मौत हुई थी। पूरे माह में कुल 5738 लोगों की जांच की गई थी।
पिछले साल की तुलना में भी इस बार अप्रैल माह के 29 दिन में 8823 मरीज मिले हैं। ये आंकड़ा भी करीब 15 गुना अधिक है। दूसरी लहर में अप्रैल के अंतिम सात दिनों में रोज 7 मरीजों की मौत का औसत रहा है। 7 दिन में 49 मरीजों ने दम तोड़ा है। इतनी संख्या में मरीजों की मौत पिछले 15 महीने में कभी नहीं नहीं हुई थी।