देश में कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले बढ़कर 38 हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को 9 लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट की पुष्टि हुई। हालांकि किस राज्य में कितने मरीज मिले हैं, इसकी जानकारी अब तक नहीं दी गई है। वहीं, सरकार का कहना है कि हालात काबू में हैं। हालात से निपटने के लिए केंद्र सारे अरेंजमेंट कर लिए हैं।
सिंगल रूम आइसोलेशन में रखा गया
मिनिस्ट्री के मुताबिक, सभी संक्रमित मरीजों को सिंग रूम आइसोलेशन में रखा गया है। उनके संपर्क में आए लोगों की भी पहचान कर उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है। सभी की सेहत पर करीब से नजर रख जा रही है।
ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक
सरकार ने ब्रिटेन जाने-आने वाली उड़ानों पर 7 जनवरी तक रोक लगा रखी है। इससे पहले फ्लाइट्स पर 31 दिसंबर तक रोक लगाई गई थी। इसके अलावा सरकार ने सभी इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट्स पर लगा प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। ये आदेश विशेष फ्लाइट्स और कार्गो की उड़ानों पर नहीं लागू होगा।
9 से 22 दिसंबर के बीच देश लौटे संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी
नए स्ट्रेन के मामले सामने आने के बाद से ही केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने 9 से 22 दिसंबर के बीच भारत आए इंटरनेशनल पैसेंजर्स, जो सिंप्टोमैटिक या संक्रमित पाए गए हैं, उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग अनिवार्य कर रखी है।
वायरस का नया स्ट्रेन 70% ज्यादा तेजी से फैलता है
वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है, यानी इसके गुण बदलते रहते हैं। म्यूटेशन होने से ज्यादातर वेरिएंट खुद ही खत्म हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी यह पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक हो जाता है। यह प्रोसेस इतनी तेजी से होती है कि वैज्ञानिक एक रूप को समझ भी नहीं पाते और दूसरा नया रूप सामने आ जाता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि कोरोनावायरस का जो नया रूप ब्रिटेन में मिला है वह पहले से 70% ज्यादा तेजी से फैल सकता है।