ममता की मुश्किलें बढ़ीं:सुप्रीम कोर्ट में CBI का दावा- CM रिलीफ फंड से बांटी गई घोटाले में घिरी कंपनी में सैलरी

ममता की मुश्किलें बढ़ीं:सुप्रीम कोर्ट में CBI का दावा- CM रिलीफ फंड से बांटी गई घोटाले में घिरी कंपनी में सैलरी

CBI ने कोर्ट में क्या कहा?

  • CBI ने कहा कि कोलकाता हाईकोर्ट ने कर्मचारियों को कंपनी के फंड से सैलरी देने को कहा था, लेकिन बंगाल सरकार ने CM रिलीफ फंड का पैसा दे दिया।
  • CM रिलीफ फंड में जनता की तरफ से आपदा और दूसरी इमरजेंसी के लिए रकम दान की जाती है। इसका इस्तेमाल सैलरी के लिए कर लिया गया।
  • इस मामले में आगे जांच के लिए पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी से जानकारी मांगी गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने आधे-अधूरे दस्तावेज ही मुहैया कराए।

कोलकाता के पूर्व पुलिस चीफ की गिरफ्तारी की मांग
CBI ने ममता के करीबी और कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी की मांग भी की। राजीव कुमार को पिछले साल अक्टूबर में कोर्ट से जमानत मिली थी। अब CBI ने कोर्ट में कहा है कि राजीव कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी है।

राजीव कुमार ने ही की घोटाले की शुरुआती जांच
शारदा चिटफंड घोटाले की शुरूआती जांच के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने जिस SIT का गठन किया था राजीव कुमार उसमें शामिल थे। 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने दूसरे चिटफंड मामलों के साथ शारदा घोटाले की जांच भी CBI को सौंप दी थी।

TMC के कई नेता शारदा घोटाले में फंसे हैं
शारदा चिटफंड के डायरेक्टर्स सुदीप्त सेन, देबजानी मुखर्जी समेत TMC के कई नेता इस घोटाले में फंसे हुए हैं। सीबीआई का कहना है कि राजीव कुमार ने टॉप TMC नेताओं और शारदा चिट फंड्स के डायरेक्टर्स को बचाने की कोशिश की। इसके लिए उन्होंने कॉल रिकॉर्ड डेटा के साथ छेड़छाड़ कर सबूत मिटाने का काम किया।

2460 करोड़ का है शारदा चिटफंड घोटाला

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